Friday, 18 May 2018

“खुद में विश्वास रखना कोई धर्म नहीं है... यह जीवन की राह है.” बुद्ध ने यह बात बरसों पहले कही थी जो आज भी सही है. ऐसी ढेर सारी बातें आपने बुद्ध के बारे में ज़रूर पढ़ी होंगी. महात्मा बनने से पहले बुद्ध एक राजा थे. वो बचपन से ही ऐसे प्रश्नों के उत्तर की तलाश में खोए रहते थे जिनका जवाब बड़े-बड़े संत और महात्माओं के पास भी नहीं था. बुद्ध विवाह के बाद ही अपने परिवार को छोड़कर सत्य की तालाश में निकल पड़े थे. आज बौद्ध धर्म को 40 करोड़ से अधिक लोग मानते हैं और यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है. बुद्ध के द्वारा कही गई बातें आज भी लोगों का मार्गदर्शन कर रही हैं.
बुद्धत्व प्राप्ति से पहले गौतम के समस्त चिंतन के केन्द्र में भी जन्म और मृत्यु का यही रहस्य जान लेने की उत्कंठा थी. लेकिन दुख के इस कुचक्र से छूट निकलने की बेचैनी थी. हालांकि  भारत की अति-प्राचीन ज्ञान परंपरा में जन्म और मृत्यु पर पहले से ही अथाह चिंतन होता चला आ रहा था लेकिन बुद्ध ने उस चिंतन को अपनी आत्म-साधना और आत्मानुभूति की कसौटी पर कसने की कोशिश करी. किसी भी विचार को सत्य मानने से पहले उसे इस कसौटी पर कसने की परंपरा यहां पहले भी कीथी. तैत्तिरीय उपनिषद् का ऋषि अपने शिष्यों से कह चुका था - ‘यान्यनवद्यानि कर्माणि. तानि सेवितव्यानि. नो इतराणि. यान्यस्माकं सुचरितानि. तानि त्वयोपास्यानि...’ यानी हमने जो तुम्हें शिक्षा दी उसे ही पूरी तरह अनुकरणीय सत्य नहीं मान लेना. उसे अपने विवेक की कसौटी पर कसना. फिर तय करना कि यह अनुकरणीय है या नहीं.उस पर लग्न से गौर करना

बुद्ध ने बौद्ध धर्म के लिए कहीं भी नकारात्मक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. अपना पंथ चलाने के लिए  स्वयं कोई अतिरिक्त राजनीतिक प्रयास नहीं किया. अप्रिय भाव में किसी वेद-उपनिषद् पर कोई तात्विक टिप्पणी नहीं की. एक बुद्ध हो चुका व्यक्ति जिसके हृदय में करुणा की अनंत धारा बह रही हो, वह किसी खंडन-मंडन में नहीं उलझेगा. वह सप्रयास और रणनीतिक रूप से तो ऐसा हरगिज नहीं करेगा. वे तो बस अपने धर्मबोध की आनंदलहर में मौन होकर विचरण करने लगे थे. समर्थ रामदास ने इस बारे में कहा- ‘कलि लागि झाला असे बुद्ध मौनी’ (यानी घोर कलियुग था इसलिए बुद्ध मौन हो गए).सत्य वचन

जाने मनुस्मृति क्यों जलाई गई
बुद्ध ने आत्मा और ब्रह्म पर कोई शास्त्रार्थ या बहस नहीं की. वे प्रायः ध्यानमग्न रहते और मौन रहते. कोई कुछ पूछता तो कारुणिक स्वर में उनके मुंह से धर्म की उनकी स्वयं की अनुभूतियां ही निकलतीं. और वह भी ऐसे शीतल सूत्रवाक्य के रूप में जैसे कि वे प्यासे को पानी पिलाने का प्रयास कर रहे हैं उनका स्वर और उनके शब्द ऐसे होते, जैसे वे भयावह पीड़ा झेल रहे किसी रोगी को दवा देना चाहते हो. उनके लिए न कोई जन्म से ब्राह्मण रह गया था, न वेश-भूषा से श्रमण. राजा या रंक जो सामने आता उसे वे समदर्शी की तरह एक ही दृष्टि से देखते और बरतते.
यही उनका जीवन रहा

मनुस्मृति का इतिहास
पहला जन्म तो मां के गर्भ से ही होता है. इसी से जुड़ी घटना है कि भगवान बुद्ध की माता महामाया उन्हें जन्म देने के सातवें दिन ही चल बसी थीं. पिता शुद्धोधन की दूसरी पत्नी और महामाया की छोटी बहन महाप्रजापति गौतमी ने ही बुद्ध को पाल पोषण किया




महात्मा बुद्ध ने कहा कि अपना रास्ता स्वंय बनाएं – हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले मृत्यु को प्राप्त होते हैं, इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी किस्मत का फैसला नहीं कर सकता।

आप पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं भी ऐसे व्यक्ति को खोज लें जो आपको आपसे ज्यादा प्यार करता हो, आप पाएंगे कि जितना प्यार आप खुद से कर सकते हैं उतना कोई आपसे नहीं कर सकता ।

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की जीवनी
हजारों लड़ाइयाँ जितने से बेहतर है कि आप खुद को जीत लें, फिर वो जीत आपकी होगी जिसे कोई आपसे नहीं छीन सकता ना कोई स्वर्गदूत और ना कोई राक्षस ना कोई और


सावधानी बरतने के बावजूद यदि ऊपर दिए गए किसी भी वाक्य या Quote में आपको कोई त्रुटि मिले तो कृपया क्षमा करें और comments के माध्यम से अवगत कराएं।

Sunday, 22 April 2018

सपना चौधरी के बारे में (about sapna choudhary life)

हरियाणा की मशहूर डांसर सपना चौधरी का नाम लेते ही लोगों के कान खड़े हो जाते हैं। फिर चाहे हरियाणा क्या आसपास के सभी राज्यों में सपना का डांस बेहद फेमस हैं। हम अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि एक बार जब सपना चौधरी यूपी के मेरठ जिले में आई थीं तो लोगों ने उनके आगमन में पानी की तरह पैसा बहा था। हालांकि सपना चौधरी मेरठ में ज्यादा देर नहीं रूकी थी क्योंकि उस दौरान कार्यक्रम में हंगामा हो गया था।
सुअर के बारे में रोचक बातें

उसने 12 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था जिसके बाद वह अपने परिवार को चलाने के लिए नृत्य करना शुरू कर चुकी थी।अपने नृत्य की प्रारंभिक लोकप्रियता के बाद, उसने एक ऑर्केस्ट्रा समूह का गठन किया। सपना चौधरी के 'ऑर्केस्ट्रा ग्रुप ‘ को अब भारत में अग्रणी ऑर्केस्ट्रा ग्रुप में स्थान मिला है।भारत में कई राज्य और हरियाणा में बहुत लोकप्रिय गायक और डांसर हैंआज, वह उत्तर भारत में विशेष रूप से हरियाणा में सर्वाधिक मांग वाले मंच पर काम कर रही है।सपना वर्तमान में भारत में सबसे पसंदीदा डांसर हैं।



Sapna Choudhary का जन्म 1990 में रोहतक, हरियाणा में एक मध्यम वर्ग के परिवार में हुआ था। उनके पिता एक निजी कंपनी कर्मचारी थे। लेकिन उनकी अचानक मृत्यु के कारण सपना के शुरुआती जीवन में संकट ने घेर लिया गया। अंततः इस वित्तीय संकट की स्थिति में सपना में डांस करना शुरू किया। सपना बचपन से ही सांस्कृतिक गतिविधियों के बारे में बहुत भावुक थी। अंततः आजीविका का प्रबंधन करने के लिए मंच पर नृत्य करना शुरू कर दिया। उन्होंने रोहतक शहर से अपनी पढ़ाई है।


सपना चौधरी हरियाणा की एक बहुत सुंदर और सबसे लोकप्रिय डांसर है। वह निचले दबके से आती है और आजीविका के प्रबंधन के लिए मंच पर प्रदर्शन करती है। सपना भारत भर में उस समय नज़रो में आयी जब सपना आत्महत्या करने का प्रयास किया था। और बहुत ही कम समय के भीतर मीडिया के क्षेत्र में अपना नाम स्थापित किया है। सपना चौधरी हाल ही में अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन इस कम समय में उन्होंने खुद को एक लोकप्रिय डांसर के रूप में स्थापित किया। वह आखिरी बार अपनी मां के साथ दिल्ली में देखी गई थी। सपना चौधरी के परिवार में एक भाई और एक बहन है।
पाद के बारे में रोचक तथ्य

Sapna Choudhary ने स्टेज परफॉरमेंस के साथ मीडिया क्षेत्र में यात्रा शुरू की। Sapna Choudhary हरियाणा राज्य में एक बहुत लोकप्रिय डांसर और गायक हैं। वह अपने पहले गीत ‘सॉलिड बॉडी‘ के कारण हरियाणा के अलावा अन्य शहरों में भी प्रसिद्ध हो गई।

सपना भारत के सबसे विवादास्पद रिएलिटी शो बिग बॉस सीजन 11 के सबसे पसंदीदा और सबसे प्रतिभाशाली भागीदार हैं।

सपना चौधरी जब मेरठ में आई थी तो उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं पता था कि मेरठ वाले मुझे इतना प्यार करते हैं। इतनी भीड़ मैंने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखी। साथ ही उन्होंने कहा था कि अब मेरठ कभी नहीं आऊंगी।
जब सपना चौधरी मेरठ के डाबका गांव में आई थी तो वहां इतनी भीड़ इकट्ठा हो गई थी कि पुलिस को काबू करना भारी पड़ गया था।
एक बार सपना चौधरी ने अपने खिलाफ एक मामला दर्ज होने के बाद तनाव में खुदकुशी करने की कोशिश की थी।
सपना चौधरी पर आरोप लगा था कि उन्होंने गुड़गांव के चक्करपुर इलाके में रागिनी प्रोग्राम के दौरान दलितों के लिए अपशब्द कहे।

कुछ खास बातें राधे मां की
सपना चौधरी की सबसे खास बात यह है कि वो हमेशा अकेली ही डांस करती हैं।
सपना चौधरी करीब छह राज्यों हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, यूपी, राजस्थान और उत्तराखंड में कार्यक्रम कर चुकी हैं।
सपना चौधरी जब भी कोई गाना गाती हैं तो सबसे पहले उसको यूट्यूब पर अपलोड करती हैं।
आपको बता दें कि सपना चौधरी शादीशुदा हैं।
क्या आपको पता हैं कि सपना चौधरी इन दिनों फेसबुक के जरिए काफी सुर्खियां बटोर रही हैं ? 

बाबासाहेब की जीवनी
हाल ही में हरियाणा के गुरुग्राम में स्टेज पर परफॉर्मेंस के लिए उतरी सपना चौधरी ने अपने नए गाने पर शानदार डांस किया। सपना का डांस देखकर लोगों ने सपना पर नोटों की बारिश तक की।

Saturday, 21 April 2018

दुनिया के अजब रोचक तथ्य

 ग्रीक और बुलगारिया में एक युद्ध सिर्फ इसलिए लड़ा गया था क्योंकि एक कुत्ता उनका border पार कर गया था.

 कोई अपनी सांस रोक कर खुद को नहीं मार सकता.

आप को कभी भी यह याद नही रहेगा कि आपका सपना कहाँ से शुरू हुआ था.

Keyboard पर टॅायलेट सीट से 60 गुना ज्यादा germs होते है.

 हर साल 4 लोग अपनी पैंट बदलते समय अपनी जान गवा देते हैं.
सुअर के बारे में रोचक बातें



.अगर पृथ्वी को सेब के आकार का बना दे तो पृथ्वी के ऊपर वायुमंडल केवल उसके छिलके के बराबर होगा .

टाइटैनिक जहाज को बनाने को लिए उस समय 35 करोड़ 70 लाख रूपये लगे थे जबकि टाइटैनिक फिलम बनाने के लिए 1000 करोड़ के लगभग लागत आई.

. चीन में आप किसी व्यक्ति को 100 रूपया प्रति घंटा देकर अपनी जगह लाइन में लगने के लिए कह सकते है.

 बिल गेट्स हर सेकेण्ड में करीब 12000  रुपये कमाते हैं यानि एक दिन में करीब 102 करोड़ रूपये.


मुहम्मद दुनिया का सबसे common name है.

अफजल खान की एक बीवी ने उसे शिवाजी की शरण जाने को कहा तो अफजल खान इतना भड़क गया कि उसने अपनी सारी 63 बीवीयो को मार कर एक कुएं में फिंकवा दिया.
पाद के बारे में रोचक बातें

 दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्‍थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गया था।



YouTube अभी तक चीन, उत्तरी कोरिया और ईरान में केवल एक इंटरनेट सर्विस पर बैन है बाकी के सभी देशों में YouTube चल रहा है।
अजब गजब रोचक तथ्य


YouTube पर 1 सेकंड में 100000 से भी ज्यादा वीडियो देखी जाती हैं।


 व्यक्ति खाना खाए बिना कई हफ्ते गुजार सकता है, लेकिन सोए बिना केवल 11 दिन रह सकता है।

जिस हाथ से आप लिखते हैं, उसकी उंगलियों के नाखून ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।

हमारे शरीर में लोहा भी होता है इतना कि एक शरीर से प्राप्त लोहे से एक इंच की कील भी तैयार की जा सकती है |

एक सामान्य मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल लगभग 2 लाख किलोमीटर चलता है.



 भास्‍कराचार्य ने खगोल शास्‍त्र के कई सौ साल पहले पृथ्‍वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्‍कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्‍वी को 365258756484 दिन का समय लगता है।

 वाराणसी, विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।
पेशाब के बारे में रोचक बात


भारत 17वीं शताब्‍दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्‍य आने से पहले सबसे सम्‍पन्‍न देश था। क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भारत की सम्‍पन्‍नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने गलती से अमेरिका को खोज लिया।

 संस्कृत सभी उच्च भाषाओं की जननी माना जाता है. क्योंकि यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए सबसे सटीक है, और इसलिए उपयुक्त भाषा है.



 लोग सबसे ज्यादा तेज फैसले तब लेते है जब वह वीडियो गेम खेल रहे होते हैं.

हर साल दो मिनट ऐसे होते है जिन्में 61 सैकेंड होते हैं.

आम तौर पे classes में पढ़ाया जाता है कि प्रकाश की गति 3 लाख किलोमीटर/सैकेंड होती है पर असल में यह गति 2,99,792 होती है.


हर सैकेंड 100 बार आसमानी बिजली धरती पर गिरती है.

 ताश के पत्तों में जो राजा होते हैं वे इतिहास के किसी न किसी राजा को दर्शाते हैं.

Spades (हुकुम)  – किंग डेविडClubs (चिड़ी) –  सिकंदर महानHearts (पान) – शारलेमेनDiamonds ( ईंट) – जूलियस सीज़र



. इतिहास में सबसे छोटा युद्ध 1896 में England और Zanzibar के बीच हुआ. जिसमें Zanzibar ने 38 मिनट बाद ही सरेंडर कर दिया था.

धन्यवाद

Friday, 20 April 2018

सुअर के बारे में रोचक बात

सूअर.. ये शब्द किसी आदमी को नीचा, पागल, मंदबुद्धि दिखाने के लिए अक्सर प्रयोग होता आया है. और मैं यह कहता हूं  आपने भी किया होगा. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि सूअर आपकी सोच से कही ज्यादा स्मार्ट और दिमागी होता है.

दुनिया में करीब 2 अरब सूअर है और इनमें से आधों का कत्ल हर साल मीट के लिए कर दिया जाता है.

सबसे ज्यादा सूअर चाइना में है, करीब 44 करोड़. 2nd नंबर पर अमेरिका है.

हर साल 1 March को अमेरिका में “National Pig Day” के रूप में मनाया जाता है. इसकी शुरूआत सन् 1972 में की गई थी.

क्या आपको लगता है सूअर धीमा भागता है ? एक सूअर 1 मिनट में 1000 फीट, यानि 11mile/hour की speed से दौड़ सकता है. भागते हुए सूअर का पीछा करना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि ये सीधा भागने की बजाय़ टेढा-मेढा भागता है.

पाद के बारे में रोचक बातें

सूअरों से हमें चमड़ा, गोंद, चर्बी, खाद, इंसुलिन और 40 तरह की दवाईयाँ मिलती है.

सूअर के बाल इतने टाईट होते है कि पेंट करने वाली ब्रुश इन्हीं की बनती है.

हड्डी टूटने पर सूअर के घी की मालिश करने से बहुत जल्द ठीक हो जाती है.

 सूअरनी साल में 2 बार बच्चे पैदा करती है. इसका गर्भ 114 दिन (3 महीने 3 हफ्ते 3 दिन का) होता है और यह एक बार में 7 से 12 बच्चों को जन्म देती है.

सूअर के पास पसीना छोड़ने वाली ग्रंथियाँ नही होती इसलिए यह गर्मियों में अपने शरीर के तापमान को ठंडा रखने के लिए कीचड़ में भिगोता है.


सूअर किसी 3 साल के बच्चें और कुतो से ज्यादा समझदार होता है. समझदारों की सूची में ये चिम्पेंज़ी,डोलफिस और हाथी के बाद चौथे नंबर पर आते है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सूअर विडियो गेम भी खेल सकते है.
 सूअर की चीख की आवाज़ 115 decibels तक हो सकती है. ये एक सुपरसोनिक विमान (आवाज की गति से भी तेज चलने वाले जहाज ) से भी 3 decibels ज्यादा ही है. जबकि इंसान के कान 120 decibels तक की आवाज सुन सकते है.

शरीर के आकार के हिसाब से सूअर के फेफड़े बहुत छोटे होते है.

सूअर, इंसानो से ज्यादा तरह के स्वाद चख सकते है. इंसानों के पास 9000 जबकि सुअरों के पास 15000 स्वाद कलिकाएँ होती है.

सूअर की त्वचा टैटू छापने के लिए बहुत अच्छी होती है, बिल्कुल हम इंसानों की तरह.

 जितनी डेनमार्क देश की जनसंख्याँ है उससे दो गुना ज्यादा यहाँ पर सूअर है.

 ईजराइल में यहूदी सुअर नही पाल सकते और फ्रांस  में सूअर का नाम नेपोलियन नही रख सकते. दोनों देशों में यह कानूनन जुर्म है.


सूअर आसमान की तरफ नही देख सकते, क्योंकि इनकी आखें इनके सिर के किनारों पर होती है.


दुनियाभर में “Pork“(सूअर का मांस) सबसे ज्यादा खाया जाने वाला मांस है. सूअर के मांस में किसी भी और फूड से 3 गुना ज्यादा thiamine होता है जो हमारे इम्यून सिस्टम को ताकत्तवर बनाता है.

खाने में सूअर के शरीर का सबसे स्वाटिष्ट हिस्सा उसके कंधे के पास वाला भाग होता है जिसे butt कहा जाता है.

 10 इंच की लंबाई और 6 किलो वजन के साथ “Pygmy Hogs” दुनिया के सबसे छोटे सूअर है. जो अब केवल भारत में पाए जाते है और 150 से भी कम बचे हुए है.


अभी तक के रिकाॅर्ड के अनुसार सबसे बड़ा सूअरपौलेंड-चीन का “Big Bill” था. जिसका वजन करीब 1157 किलो और कंधे तक की ऊंचाई 5 फीट और लंबाई 9 फीट थी. इसकी 1933 में मौत हो गई, ये इतना बड़ा था कि चलते हुए इसका पेट धरती पर लगता था.



आज से करीब 5000 से 7000 साल पहले सूअरों को पालतू जानवर बनाया गया था.अंटार्कटिक को छोड़कर सूअर बाकी सभी महाद्वीपों पर पाए जाते है.सूअर एक दिन में 50 लीटर  पानी  पी सकते है.सूअर के 44 दांत होते है.सभी सूअरों की पूँछ घुंघराली नही होती.इंसानों की तरह, सूअर भी omnivores हैं, अर्थात वे पोधौऔर जानवर  दोनों को खाते हैं. लेकिन कभी-कभी गंदगी भी खा जाते है.

 एक बार जब चाइना  के वैज्ञानिकों ने सूअर और जेलिफ़िश का सेक्स करवाया तो एक ऐसे सूअर के बच्चे का जन्म हुआ जिसकी जीभ UV light में हरे रंग की चमकती है.

 कुरआन में कम से कम चार जगहों पर सूअर के मांस के प्रयोग को हराम और निषेध ठहराया गया है।

दुनिया में आधे से ज्यादा सूअर चीन में पाए जाते हैं। यहीं से सूअरों के खेलों की शुरुआत हुई। 2005 में चीन में ‘पिग ओलंपिक्स’ का आरंभ हुआ। इसमें पिग रेसिंग, पिग स्विमिंग और पिग सॉकर जैसे खेलों की शुरुआत हुई। 2006 में यह ओलंपिक मास्को और आखिरी 2009 में सेंट लुइस में हुआ था।



सूअर के पैर पर 4 ऊंगलियाँ होती है लेकिन ये सिर्फ 2 पर ही चलते है.

चीनी राशि के 12 जानवरों में से सूअर आखिरी है. चीनी राशि के अनुसार सूअर भाग्य, ईमानदारी और पागलपन को दर्शाता है.

सबसे कम सूअर ‘अफगानिस्तान‘ देश में है, सिर्फ एक सूअर.. जिसका नाम है “Khanzir” जिसे यहाँ की राजधानी ‘काबुल‘ के चिड़ियाघर में रखा गया है.

सबसे आम सूअरों में से एकजिस ग्रह को अक्सर खाया जाता है वो वियतनामी सुअर है। इसका वजन 80 किलोग्राम तक पहुंच सकता है, हालांकि यह सभी मेद के प्रकार पर निर्भर करता है। ऐसी सुअर की घनत्व 500 ग्राम से अधिक नहीं है कुछ वयस्क व्यक्ति 140 किग्रा तक पहुंचते हैं, हालांकि यह केवल रानियों के बीच इकाइयों पर लागू होता है।

बड़े घरेलू सूअर स्वीडिश लैंड्रेस हैं, जिसका वजन 300 किलोग्राम तक सूअरों तक पहुंच सकता है, और गर्भाशय में सौ से अधिक हो सकता है।

द्रव्यमान के सेट का रिकॉर्ड ड्यूरोक नस्ल के सूअर हैं। वे इस तथ्य के लिए प्रसिद्ध हैं कि एक दिन से वे लगभग 1 किलो वजन पा सकते हैं। ड्यूरियन सुअर के वयस्क सूअर का वजन लगभग 400 किलोग्राम है।

सबसे बड़ा अमेरिकी सूअर हैं,जो 1000 किलो वजन तक पहुंच सकता है। हालांकि, कुछ ऐसे लोग हैं जो अमेरिका के बाहर रिकार्ड धारक भी बनते हैं, उदाहरण के लिए, चीन में, चुंग-चून नाम की एक डुबकी 900 किलो वजन पर पहुंचने में सफल रही।
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Wednesday, 18 April 2018

पाद के बारे में अजब गजब बाते

हम सब पाद मारते है. कुछ लोग सोचते है महिलाएँ तो पाद ही नही मारती.. अरे भाई! मारती है तुम्हारें बराबर मारती है। वो अलग बात है इनमें पाद रोकने की शक्ति थोड़ी ज्यादा होती है और हमें पता नही चलता। चलिए आज पाद के बारे में रोचक तथ्य जानते है..


 हालांकि मैं पाद-विशेषज्ञ तो नहीं फिर भी अपने अनुभव के हिसाब से कह सकता हूं, दुनिया में पादने से बेहतर दूसरा कोई सुख नहीं। पादकर संपूर्ण तृप्ति का एहसास मिलता है। महसूस होता है, पेट के डिब्बे में जो गैस कई मिनट या घंटों से परेशान कर रही थी- उसे मात्र एक पाद ने ध्वस्त कर दिया। तीव्र वेग से आया पाद पेट के साथ-साथ दिमाग को भी काफी हद तक सुकून देता है।

जब पाद बाॅडी में बनकर तैयार होता है तो उस समय इसका तापमान 98.6°F होता है।

पाद में आग लग सकती है यह ज्वलनशील होता है।

नहाते समय पाद में से ज्यादा बदबू इसलिए आती है क्योंकि हमारी नाक नमी में अच्छे से काम करती है।

पाद, 59% नाइट्रोज़न, 21% हाइड्रोज़न, 9% काॅर्बनडाई-ऑक्साइडस, 7% मिथेन, 3%  आक्सीजन और 1% बकवास चीजों से मिलकर बना होता है।

अजब गजब की महत्वपूर्ण जानकारी

पादने से आपका BP कंट्रोल में रहता है और ये आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।

पाद रोकना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि कई बार ये गैस दिमाग में जाकर सिरदर्द का कारण बनती है. जो पाद रोक लिया जाता है वह नींद में पक्का निकलता है।

हालांकि मेरी पत्नी को मेरा यों पादते रहना पसंद नहीं। पाद पर ही कई दफा बात तलाक तक पहुंच चुकी है। पर क्या करूं, ससुरी आदत ऐसी पड़ गई है कि छुटने का नाम ही नहीं लेती। वैसे मैंने पत्नी को बोल रखा है- जब मैं पादा करूं अपनी नाक में रूमाल ठूंस लिया करो। मगर स्थितियां तब भी काबू में नहीं रह पातीं। फिर भी किसी तरह मना ही लेता हूं।

अब पत्नी क्या जाने पादने का सुख। मुझे पादने से इत्ता प्यार है कि दुनिया का हर सुख इसके आगे बौना लगता है। दावा कर सकता हूं, अगर पाद-प्रतियोगिता में भाग लेना पड़ा तो जीतूंगा मैं ही।

बहरहाल, पेट, दिमाग और विचार को अगर दुरुस्त रखना है तो प्यारे जमकर पादो। क्योंकि जीवन का असली सुख पादने में
 यदि आपको ऐसे चैम्बर में डाल दिया जाए जिसमें पूरे तरीके से आपका पाद भरा हो, तो भी आपकी दम घुटने से मौत नही होगी।

हवाई  यात्रा के समय लोग ज्यादा गैस (पाद) छोड़ते है इसलिए जहाजों में बदबू कम करने के लिए चारकोल फिल्टर का इस्तेमाल किया जाता हैं।

इंसान का मरने के 3 घंटे बाद तक भी पाद आ सकता है।

धरती पर मौजूद सभी इंसान एक साल में लगभग 17,000,000,000,000,000 पाद मारते है।

पाद और टट्टी के बीच अंतर बताने का काम आपके पिछवाड़े में मौजूद नर्व करती है. लेकिन कई बार यदि टट्टी बहुत पतली हो जाए तो ये नर्व कंफ्यूज हो जाती है और पाद के साथ  थोड़ी बहुत टट्टी भी निकल जाती है।

फ्लोरिडा में 13 साल के लड़के को स्कूल से बहुत अधिक पादने के कारण गिरफ्तार कर लिया था।

अंतरिक्ष मे जाने वाले यात्री पाद नही सकते, क्योंकि वहाँ पेट में द्रव्य से गैस को अलग करने के लिए गुरूत्वाकर्षण बल ही नही है


आपके पाद में से बदबू आने का कारण उसमें मौजूद 1% से भी कम Hydrogen Sulfide होता है।

यदि कोई इंसान 6 साल 9 महीने तक लगातार पाद मारें तो atom bomb  जितनी एनर्जीं प्रोड्यूस कर सकता है।

चिम्पेंजी इतनी जोर से लगातार पादते है कि वैज्ञानिक इनके पाद को फाॅलो करके इन्हे जंगल में ढूंढ लेते है।

एक स्वस्थ इंसान पाद मारता है। अगर जो कोई इंसान पाद नहीं मारता है तो आप सोच लो की वो इंसान पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं है। पाद पुरुष हो या महिला दोनों ही मारती है। हालाँकि, उनके पाद मारने की स्टायल अलग हो सकती है। पाद और टट्टी के बीच अंतर बताने का काम आपके पिछवाड़े में मौजूद नर्व करती है। लकिन ये कई बार गलत भी बता देती है।

इस दुनिया में सभी लोग पाद मारते है। कुछ लोगो का कहना है की महिलाएँ पाद ही नही मारती। ऐसा कुछ भी नहीं है। महिलाए भी पुरुषो के बराबर पाद मारती है। हालाँकि महिलाओ में थोड़ी शक्ति होती है जिससे वो पाद रोकने में कामयाब हो जाती है

पादों के पांच प्रकार होते हैं:-

1- पादों का राजा है “भोंपू” हमारे पूर्वज इसे उत्तम पादम् कहते थे।यह घोषणात्मक और मर्दानगी भरा होता है।इसमें आवाज मे धमक ज्यादा और बदबू कम होती है।अतएव
जितनी जोर आवाज उतना कम बदबू

2- ‘शहनाई’ – हमारे पूर्वजो ने इसे मध्यमा ही कहा है। इसमें से आवाज निकलती है ठें ठें या कहें पूंऊऊऊऊऊ

3- ‘खुरचनी’ – जिसकी आवाज पुराने कागज के सरसराहट जैसी होती है। यह एक बार में नई निकलती है। यह एक के बाद एक कई ‘पिर्र..पिर्र..पिर्र..पिर्र’ की आवाज के साथ आता है।
यह ज्यादा गरिष्ठ खाने से होता है।

4- ‘तबला’ – तबला अपनी उद्घोषणा केवल एक फट के आवाज के साथ करता है।।तबला एक खुदमुख्तार पाद है क्योंकि यह अपने मालिक के इजाजत के बगैर ही निकल जाता है। अगर बेचारा लोगों के बीच बैठा हो तो शर्म से पानी-पानी हो जाता है।

5- ‘फुस्कीं’ – यह एक निःशब्द ‘बदबू बम ‘ है। चूँकि इसमें आवाज नई होती है इसलिए ये पास बैठे व्यक्ति को बदबू का गुप्त दान देने के लिए बढ़िया है और दान देने वाला अपने नाक को बंद कर के मैने नई पादा है का दिखावा बङे आसानी से कर सकता है । लेकिन गुप्त दान देने के बाद जापानी कहावत “जो बोला , सो पादा” याद रखते हुए लोगों को खुद ही दाता को ताङने दीजिए । आप मत बोलिए।

अब पाद की श्रेणी निर्धारित करते हुए पाद का आनन्द उठाइये।


 आपके पिछवाड़े से पाद निकलने की स्पीड 10ft/sec होती है. यह केक पर लगी मोमबत्ती आसानी से बुझा सकता है।

 ऐसी दवाईयाँ भी आती है जिसे खाने पर आपके पाद में से गुलाब और चॉकलेट जैसी खूशबू आएगी। ex  like: father christmas.

जो पाद अधिक मात्रा में nitrogen और co2 से मिलकर बने होते है उनमें से बदबू नही आती लेकिन ये आवाज बहुत ज्यादा करते है। पादते समय आप पिछवाड़े को जितना ज्यादा टाईट करोगे उतनी ज्यादा आवाज आएगी।

इंसान को सबसे ज्यादा पाद फलियां (beans) खाने के बाद आते है।

 ब्लू व्हेल के पादने पर जो बुलबुला बनता है वह इतना बडा होता है कि उसमें एक घोडा आ सकता है।

प्र्थवी पर मौजूद सभी जीव में सबसे ज्यादा पाद दीमक मारता है। यह गाय से भी ज्यादा मिथेन छोड़ता है।

मध्य युग में लोग पाद को जार में बंद करके सूंघते थे. उनके द्वारा ऐसे मानना था कि ऐसा करने से मौत से बचा जा सकता है।

कुतो के अंदर इतनी क्षमता होती है कि ये खुद का पाद भी देख सकते है।

एक आम इंसान दिन में लगभग 14 बार पादता है और अपनी पूरी जिंदगी में लगभग 402,000 बार.



मुझे नहीं मालूम मेडिकल साइंस में पाद या पादने पर कभी कोई रिसर्च हुई है कि नहीं। पर हां इत्ता दावे के साथ कह सकता हूं कि यह विषय है बेहद शोध-युक्त। ज्यादा कुछ नहीं तो कम से कम इस बात पर तो रिसर्च होनी ही चाहिए कि इंसान दिन भर में कित्ता और कित्ते किलो पाद लेता है। (यहां पाद को- बतौर किलो- इसलिए लिखा क्योंकि पाद एक तरह से गैस ही होती है)। या फिर किन-किन स्थितियों-परिस्थितियों में पाद सबसे अधिक आते हैं। खुशी के पाद कैसे होतें, गम के पाद कैसे होते हैं, असंतोष के पाद कैसे होते हैं, अराजकता के पाद कैसे होते हैं, आंदोलन के पाद कैसे होते हैं, विमर्श या लेखन के पाद कैसे होते हैं, उत्तेजना के पाद कैसे होते हैं। आखिर मालूम तो चले कि पादने का मनुष्य के जीवन में कित्ता और कैसा महत्त्व है।

औरों के बारे में तो नहीं किंतु अपने बारे में कह सकता हूं कि मैं दिनभर में पांच-सात बार आराम से पाद लेता हूं। मुझको सबसे अधिक पाद व्यंग्य लिखते हुए आते हैं। व्यंग्य लिखते वक्त आ रहे पादों को मैं रोकता नहीं बल्कि खुलकर आने देता हूं। उस दौरान पाद जित्ता लंबा और तगड़ा आता है, व्यंग्य उत्ता ही उम्दा बनता है। इसे मैंने अब अपना टोटका-सा बना लिया है। जब भी व्यंग्य लिखने बैठता हूं- पादता अवश्य हूं। पाद के रास्ते मेरे पेट का सारा कचरा बाहर निकल जाता है। फिर मैं कहीं अच्छा लिख पाता हूं।

मुझे तेज-तर्रार पादने वाले अधिक पसंद हैं। उनके पादे की आवाज में एक अजीब तरह की गूंज होती है। गूंज की महक फिजा में कुछ देर तलक यों बनी रहती है- मानो किसी ने मदमस्त गंध वाला डियो छिड़का हो। धीमा पादने वाले अपने जीवन में भी बेहद धीमे होते हैं। पता नहीं तेज पादने में उन्हें क्या तकलीफ होती है। कई-कई तो इत्ते सियाने होते हैं कि अपने पाद को बीच में ही रोक लेते हैं। बेचारा पाद मन मसोस कर रह जाता है पेट के भीतर। गाली देता होगा कि साला कित्ता कंजूस है- मुझे बाहर भी नहीं निकलने देता। धीमा पाद सुस्त व्यक्तित्व की निशानी है।

पाद एक ऐसी चीज है- जिसे पास करने में न पैसे लगते हैं न अतिरिक्त भार सहना पड़ता है। बस जरा-सा अपने पिछवाड़े को कष्ट देना होता है। लेकिन इंसान इसमें भी सियानापन दिखला जाता है। यों, जीवन में तमाम तरह के कष्ट-तकलीफें झेल लेगा लेकिन पादने की बारी जब आएगी तो पिछवाड़े उठाके ही नहीं देगा। कैसे-कैसे लोग होते हैं दुनिया में। मतलब, फ्री का सुकून लेने में भी उनकी नानी मरती है।

मुझे याद है, एक दफा खुशवंत सिंह ने पाद पर बड़ा ही रोचक प्रसंग लिखा था अपने स्तंभ में। मित्र के साथ एक रात अपने कमरे में बीताने पर उन्हें पाद का जो अनुभव हासिल हुआ था- वही दर्ज था। साथ ही, यह भी लिखा था- दुनिया में सबसे खराब अमेरिकनस ही पादते हैं। उनके पाद बेहद बदबूदार और नापाक होते हैं। पाद ऐसा होना चाहिए जिसमें आवाज के साथ-साथ कुछ महक भी हो।

खैर, मैं इस बात का खास ध्यान रखता हूं कि चाहे अपने बिस्तर पर किसी भी तरह का पाद लूं मगर पब्लिस प्लेस में हमेशा महकदार ही पादूं। अधिक जोर से नहीं शालीनता के साथ पादूं। अमूमन, धड़ाम-बड़ाम वाले पादों से बचता हूं। मगर हां जब घर में या फिर व्यंग्य लिख रहा होता हूं, तो खूब मस्त और तरह-तरह की आवाजों के साथ पादता हूं। 

Sunday, 15 April 2018

अजब गजब रोचक बातें

हर कोई जल्दी में है लेकिन समय पर कोई पहुंचता नही। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई थक जाता है। आज हम आपको ऐसे अजब ग़ज़ब टिप्स बताएंगे, जिन्हें आजमाकर आपको तुरंत आराम मिलेगा

यदि आपको रात में नींद नहीं आती, तो अपनी पलकें एक मिनट तक जोर-जोर से झपकाएँ कुछ ही देर में नींद आ जाएगी।

सुबह उठकर यदि आपको रात की बात याद नहीं रहती, तो उस बात को रात में सोने से पहले एक बार दोहराएँ. वह बात सुबह आपको जरूर याद रहेगी।

आपके मोजो में से बदबू आ रही है? उन्हें एक रात फ्रिजर में रख दीजिए। ठंडक से बैक्टीरिया मर जाएंगे और बदबू आना बंद हो जाएगी।

गर्म पानी से नहाने के बाद, थोड़ा सा ठंडा पानी शरीर पर डालने से शरीर कई तरह की बीमारियों से दूर रहता है।

यदि मच्छर के काटने के बाद उस जगह पर ख़ुजली हो रही है, तो उस जगह पर डियो लगा लीजिए, ख़ुजली तुरंत बंद हो जाएगी।

 यदि आपको बे-वक्त नींद आ रही है, जैसे बस में या क्लास में आदि. तो अपनी सांस को तब तक रखिए जब तक आप रोक सकते हैं. फिर सांस छोड़ दे. इस से नींद एकदम से गायब हो जाएगी।

पेशाब के बारे में रोचक बात

 अगर हंसी नहीं रुक रही, तो ख़ुद को ज़ोर से चूंटी काट लीजिए. हंसना बंद हो जाएगा।

 टेंशन और सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए जमीन पर लेट कर पैरों को ऊपर करके दीवार पर लगा ले. इससे काफी फायदा होगा।

अंगूर का जूस आपका मानसिक तनाव दूर कर सकता है।

 बच्चों की नज़र तेज करने के लिए उनके बेड की दिशा बदलते रहें, इससे उसका एंगल बदल जाएगा, और नजर में सुधार होगा. इसे आप भी कर सकते हैं।
प्याज काटते वक्त हमारी आँख में आसू साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड की वजह से आते है लेकिन क्या आप जानते है अगर प्याज काटते वक्त च्विंग-गम (chewing gum) चबाई जाये तो आँखों में आसू बिलकुल नही आते.


दिन भर की थकान के बाद यदि आपको आराम चाहिए, तो एक ठंडे पानी की बोतल को अपने पैरों के नीचे रख कर आगे-पीछे करें. जल्द ही आपके पैरों की थकान दूर होगी



आप बैटरी को 6 इंच की हाईट से गिरा कर देखिए। बैटरी अगर एक बार उछलती है तब यह ठीक हालत में है। अगर ज्यादा बार उछलती है तो यह खराब हो चुकी है या खराब होने वाली ह

आजकल हर छोटी-छोटी बात पर डॉक्टर एक्स-रे करवाने लग गए हैं. क्या आप जानते हैं कि एक्स-रे करवाने के दौरान निकली घातक रेडियोएक्टिव किरणें कैंसर पैदा करती हैं. एक मामूली एक्स-रे करवाने में शरीर को हुई हानि की भरपाई करने में कम से कम एक वर्ष का समय लगता हैं।

शहद एक ऐसी खाने की चीजो में से एक है जो कभी खराब नहीं होती. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की जब इतिहासकारों ने हजारो साल पुराने मिस्त्र के पिरामिडो से मिला शहद चखा तो वह खाने लायक अवस्था में था.

एक रिसर्च के मुताबिक, हमारा दाहिना कान बातों और शब्दों को बेहतर सुन सकता है जबकि बाएं कान से संगीत बेहतर सुना जा सकता है।

किसी रेस्टोरेंट में ऑर्डर देने के बाद अपने हाथ धोएं। मेन्यू कार्ड वहां आपके द्वारा छुई गई सभी चीजों में से सबसे ज्यादा गंदा होता है।

अगर आपको कभी तेज पेशाब लगी हो और आस-पास टॉयलेट ना हो, तो सेक्स के बारे में सोचिए. इससे कुछ देर तक पेशाब लगनी बंद हो जाएगी।

 मैथ्स करते समय चॉकलेट खाने से आपकी मैथ्स हल करने की योग्यता बढ़ जाती है।

यदि आपको चक्कर आ रहे हैं, तो बिस्तर पर लेट कर एक पैर जमीन पर रखिए. चक्कर आने बंद हो जाएंगे।

 यदि माइग्रेन का दर्द नहीं जा रहा, तो अपने हाथों को बर्फ़ के ठंडे पानी में डालिए, दर्द काफ़ी हद तक खत्म हो जाएगा।

Saturday, 14 April 2018

पेशाब के बारे में रोचक बात

नमस्ते दोस्तो
हमारे शरीर को जो नही चाहिए उसे निकालने का एक बेहतर तरीका है पेशाब. क्या आप बता सकते है कि गर्भवती महिला को बार बार पेशाब क्यों आता है, या फिर पेशाब में जलन का इलाज जानते हो ? नही ना.. तो चलिए आज जान लेते है.
जापान के डॉक्टरों का कहना है कि जिन्हें रात में जागकर बार-बार पेशाब के लिए उठना पड़ता है, उन्हें अपने खाने में नमक की मात्रा में कमी करनी चाहिए.

  

 हमारी मूत्र इकट्ठा करने वाली थैली, केवल 2.5 कप यानि 400 से 600 mL पेशाब स्टोर कर सकती है. जबकिहाथी की थैली 50 लीटर तक कर सकती है।

एक औसतन इंसान दिन में 7 बार पेशाब करने जाता है और लगभग 6.3 कप पेशाब करता है यह आपकी diet पर निर्भर है।

 शरीर से पेशाब “Urethra” नाम की tube से होकर बाहर निकलता है. महिलाओं में इस ट्यूब की लंबाई मात्र 1.2 से 1.6 इंच, जबकि पुरूषों में इसकी लंबाई 8 इंच तक होती है।

 यदि आप सपने में कही पर पेशाब कर रहे हो तो इस बात के बहुत ज्यादा चांस है कि आप बिस्तर पर ही पेशाब कर दोगे।

 पेशाब में लगभग 3000 घटक होते है- इसमें 95%पानी, 2.5% यूरिया और 2.5% नमक, हार्मोन्स और कुछ पोषक तत्वों का मिश्रण होता है।

 पूरे जीवनकाल में आपकी किडनी करीब 10 लाख गैलेन (37 lac litre) पानी को पेशाब में बदल देती है यह छोटी झील के बराबर है।

यदि आप कभी भी पानी के बिना रेगिस्तान में खो जाते हो तो अपना पेशाब मत पीना.. क्योंकि इसमें इतना नमकहोता है कि यह आपकी प्यास बुझाने की बजाय आपकेशरीर में पानी की और कमी कर देगा. यही कारण है कि अमेरिकी आर्मी में सैनिकों को किसी भी स्थिति में पेशाब न पीने की कड़ी सलाह दी जाती है।

बिल्ली का पेशाब अंधेरे में भी चमकता है क्योंकि इसमें ‘phosphorus‘ मौजूद होता है जो ‘oxygen‘ के संपर्क में आते ही चमकने लगता है।

बार बार पेशाब की समस्या को नौक्चुरिया कहा जाता है. इससे लोग 60 की उम्र के बाद प्रभावित होते हैं. इससे पीड़ित लोगों की नींद ख़राब होती है और लोगों का जीवन पर भी प्रभाव पड़ता  है.

यह स्टडी 300 से ज़्यादा लोगों पर की गई है. शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन्होंने नमक की मात्रा में कमी की उन्हें रात में बार बार पेशाब करने की समस्या से भी निजात मिल गई. ब्रिटेन के डॉक्टरों का भी कहना है कि सही आहार से इस समस्या के लक्षण को कम किया जा सकता है.नागासाकी यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने अपने इस शोध  के नतीजे को लंदन के यूरोपियन सोसायटी ऑफ यूरोलॉजी कांग्रेस में प्रस्तुत किया

 दवा बनाने में भी पेशाब का इस्तेमाल किया जाता हैजैसे:- Urokinese दवा, जो हार्ट अटैक के समय खून के थक्के जमने से रोकने में मदद करती है।

 एक जवान आदमी 1 साल में पेशाब के जरिए इतनी हाॅइड्रोज़न पैदा कर देता है, जो एक कार को 2698km चलाने के लिए काफी है।



अंटार्कटिका के ग्लेशियरों में जमे हुए कुल बर्फ का 3% भाग पेंगुइनो का पेशाब है।

 एक ही समय पर खून देना और पेशाब करना असंभव है।

 नासा ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो अंतरिक्ष यात्रियों के पेशाब को पीने के पानी योग्य बनाती है और यह पानी अमेरिका के नल पानी से भी शुद्ध होता है।

 ये बात सच है, कि पेशाब में बैक्टीरिया नही होते लेकिन केवल तब तक जब तक ये ब्लैडर में रहता है. जैसे ही मूत्रमार्ग या हवा के संपर्क में आता है इसमें बैक्टीरिया समा जाते है।

 हमारे शरीर के अंदरूनी तापमान की वजह से हमारा पेशाब गर्म होता है और सर्दियों में तो इससे भाँप भी निकलने लगती है।

 पेशाब में जलन का इलाज: पतली छाछ (लस्सी) में चुटकी भर सोडा डालकर पीने से पेशाब में जलन दूर होती है।

 खड़े होकर पेशाब करने से पुरूषों का सेक्स टाईम कम हो जाता है बल्कि जो लोग बैठ कर पेशाब करते है उनका सेक्स टाईम ज्यादा होता है. क्योंकि खड़े होकर पेशाब करने से मूत्राशय सही से खाली नही हो पाता और ऐसा बार-बार होने से ‘prostrate gland‘ खराब होने लगती है।

 यदि हँसते, छींकतें और व्यायाम करते समय थोड़ा पेशाब निकल जाए तो उसे “Stress urinary incontinence” कहा जाता है।

 गर्भवती महिला को बार-बार पेशाब आता है क्योंकि जैसे ही भ्रूण बड़ा होता है वो ब्लैडर के साइज को कम कर देता है जिससे उसमें कम पेशाब स्टोर हो पाता है।

 महिलाओं को सेक्स के बाद पेशाब कर लेना चाहिए, क्योंकि महिलाओं की योनि में पहले से ही बैक्टीरिया मौजूद होते है जो सेक्स के दौरान मूत्रमार्ग(Urethra tube) के जरिए ब्लैडर(पेशाब की थैली) तक चले जाते है जिससे इंफेक्शन होने का खत्तरा रहता है।



 करीब 200 साल पहले, यूरोपियन महिलाएँ खड़े होकर पेशाब करती थी क्योंकि वे लंबे कपड़े पहनती थी और इसके नीचे कोई जांघिया वगैरह नही होता था।

 कनाडा में हर साल करीब 225 आदमी नाव पर खड़े होकर पेशाब करने के चक्कर में पैर फिसलकर गिर जाते है और डूब जाते है।

 प्राचीन रोम के जासूस दस्तावेजों के बीच में रहस्यों को लिखने के लिए पेशाब को अदृश्य स्याही के रूप में इस्तेमाल करते थे. ये मैसेज तभी देखते थे जब इन्हें गर्म किया जाता था।

 भालू जब शीतनिंद्रा में होते है तो कभी पेशाब नही करते, फिर चाहें ये 6 महीने लंबी ही क्यों न हो. शीतनिंद्रा के समय भालू का शरीर पेशाब को प्रोटीन में बदलकरभोजन के रूप में इस्तेमाल कर लेता है।

 लड़ाकू विमान के पायलेट पेशाब करने के लिए एक बैग जैसा कुछ पहनते है जिसे “piddle-pack” कहा जाता है।

 साँपो में पेशाब इकट्ठा करने वाली थैली नही होती इसलिए इनका जैसे ही पेशाब बनता है तुरंत निकल जाता है।

 प्राचीन रोम के लोग पेशाब का इस्तेमाल दाँतो को साफ करने के लिए करते थे।

 1930 के दशक में, Penicillin इतना कीमती था, कि इसे मरीजों के पेशाब से भी निकाला जाता था।

 1950 के आसपास, महिला गर्भवती है या नही ये जानने के लिए चिकित्सक महिला की पेशाब को इंजेक्शन के माध्यम से मेंढ़क में डालते थे. यदि इंजेक्शन लगने के 24 घंटो के अंदर मेंढ़क अंडो का उत्पादन कर देता तो महिला को गर्भवती माना जाता था।
जाने राधे मां की खास बाते

 सबसे लंबे समय तक लगातार पेशाब करने का वर्ल्ड रिकाॅर्ड 508 seconds यानि 8.5 minute का है जबकि एक स्वस्थ मनुष्य केवल 7 seconds में पेशाब कर लेता है।



 सबसे लंबी दूरी तक पेशाब की धार मारने का रिकाॅर्ड ‘ऐरिजोना‘ के “Joey Wallace” के नाम है इनकी पेशाब की धार 14 फ़ीट 1 इंच दूर तक गई थी।

 फव्वारें के नीचे नहाते समय 45%(2 में से 1) और स्विमिंग पूल में नहाते समय करीब 20%(5 में से 1) लोग पेशाब कर देते है. स्विमिंग पूल में नहाते समय आंखोका लाल होना पेशाब और क्लोरिन के मिक्चर के कारण ही होता है।

 आपको जानकर हैरानी होगी कि पक्षियों में पेशाब और टट्टी निकालने के लिए केवल एक ही सुराग होता है. लेकिन ये पेशाब ठोस के रूप में करते है. मुर्गे, कबूत्तर वगैरह की लैटरिंग को कभी ध्यान से देखिएगा आपको इसमें सफेद-सफेद सा कुछ दिखाई देगा और वो इनका पेशाब होता है।

 भारत के PM ‘Morarji Desai‘ ने एक बार खुद का पेशाब पीया था।

 2nd World War के दौरान क्लोरिन गैस से बचने के लिए सैनिकों को पेशाब से भीगा हुआ कपड़ा मुँह पर बांधने की सलाह दी जाती थी।

 ‘स्वीडन‘ देश में जल्द ही एक कानून बनेगा जिसके अनुसार पब्लिक टाॅयलेट में पुरूषों को हमेशा बैठ कर पेशाब करना होगा।

 बहुत से लोगों में “Shy Bladder Syndrome” होता है, जिससे इन्हें खुले में पेशाब करने में शर्म महसूस होती है और कई बार तो ये खुले में पेशाब कर ही नही पाते, इन्हें लगता है कोई हमें देख रहा है. विज्ञान की भाषा में इस डर को “Paruresis” कहा जाता है।

 ‘Phosphorus‘ की खोज पेशाब के गर्म करने पर हुई थी. दरअसल सन् 1669 में जर्मनी के ‘Hennig brand‘ नेसोना निकालने के लिए 60 बाल्टी पेशाब को गर्म किया था उनका मानना था कि पेशाब पीला होता है इसलिए इसमें कीमती धातु हो सकती है. लेकिन जब इसे गर्म किया गया तो आखिर में एक ऐसी चीज बची जो अंधेरे में चमकती थी और इसे फाॅस्फोरस नाम दिया गया।

 पुरूषों के शरीर से कभी भी वीर्य और पेशाब एक साथ नही निकल सकते. क्योंकि वीर्य छोड़ते समय एक मांसपेशी के सिकुड़ने की वजह से पेशाब वाली थैली का रास्ता बंद हो जाता है और ये वीर्य छोड़ने के कुछ समय बाद तक भी बंद ही रहता है. कभी सेक्स या हस्तमैथुन करके तुरंत पेशाब करने की ट्राई किजिएगा, सब पता चल जाएगा. यही कारण है कि लिंग से पेशाब और स्पर्म एक समय पर नही निकल सकते. लेकिन अगर पेशाब करने से पहले थोड़ी उत्तेजना हो जाए तो पेशाब के साथ पानी जैसा सफेद liquid भी पेनिस से गिरता है.. दरअसल, यह वीर्य नही बल्कि इसे ‘pre-cum‘ कहा जाता है. इसमें मरे हुए शुक्राणु होते है और इससे महिला गर्भवती भी नही हो सकती।

 ये बात अपने दिमाग से निकाल दे, कि लड़कियाँ अपनी योनि से पेशाब करती है बल्कि इनकी योनि में दो सुराग होते है एक पेशाब करने के लिए और दूसरा केवल सेक्स करने के लिए. पेशाब करने वाला सुराग सेक्स करने वाले से थोड़ा ऊपर होता है।